
राज्य सरकार ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान में विश्वविद्यालय के छात्र जो कोरोनोवायरस संकट के दौरान अंतिम वर्ष की परीक्षा देने में असमर्थ हैं, उन्हें एक और अवसर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग भी मौजूद थे। गहलोत ने एक बयान में कहा कि यह तय किया गया था कि कोरोनोवायरस संकट की विशिष्ट परिस्थितियों में, यदि कोई छात्र किसी कारण से प्रकट नहीं हो पाता है, तो उसके लिए एक विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी।
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उन्होंने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी छात्र परीक्षा में बैठने के अवसर से वंचित न रहे। राज्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं उच्चतम न्यायालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार ऑफ़लाइन आयोजित की जाएंगी, ताकि उनकी विश्वसनीयता बनी रहे और जारी की जाने वाली डिग्री की वैधता पर कोई सवाल न उठे। ।